लखनऊ । उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीराम से जुड़े सभी स्थलों का प्राथमिकता के आधार पर विकास किया जाएगा। ताकि, देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालु विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें। इसी कड़ी में रामायण सर्किट के महत्वपूर्ण स्थल श्रृंगवेरपुर में चार करोड़ रुपए से पार्किंग निर्माण होगा। यहां पहले से भव्य निषादराज पार्क का निर्माण हो रहा है। इसी के समीप पार्किंग का निर्माण होना है। इससे पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी। यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।


पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग इस पावन स्थल को प्राथमिकता के आधार पर विकास कर रहा है। पार्किंग में 08 बसें, 36 कार पार्किंग में खड़ी करने की व्यवस्था रहेगी। पेयजल की सुविधा के साथ शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि श्रृंगवेरपुर धाम मां गंगा के तट पर प्रयागराज जनपद मुख्यालय से लगभग 40 कि0मी0 की दूरी पर स्थित परम पावन भूमि है। श्रृंगवेरपुर धाम वह भूमि है जहां पर मां गंगा के तट पर माता शांता एवं श्रृंग ऋषि जी की तपोभूमि एवं आश्रम था, जो वर्तमान में भी पूरी भव्यता के साथ स्थापित है। श्रृंगवेरपुर धाम जहां से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने भगवती सीता, अनुज लक्ष्मण जी के साथ वन गमन के समय रात्रि वास करते हुए द्वितीय दिवस में नौका द्वारा गंगा पार किया था। यहीं पर निषादराज किला (पुरातात्विक स्थल) श्री रामघाट, निषादराज पार्क समेत अनेक दर्शनीय स्थल है।


जयवीर सिंह ने बताया कि श्रृंगवेरपुर में प्रत्येक माह अमावस्या और पूर्णिमा को मेला लगता है। इसी तरह, कार्तिक माह में एकादशी से पूर्णिमा तक मेले का आयोजन होता है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। पर्यटकों के सुविधार्थ पर्यटन विभाग यहां मूलभूत सुविधाओं का विकास कर रहा है। इसके अलावा, गांव को टूरिस्ट विलेज के तौर पर भी तैयार किया जा रहा है। पर्यटन विभाग का उद्देश्य श्रृंगवेरपुर आने वाले पर्यटकों को धार्मिक, आध्यात्मिक के साथ ग्रामीण पर्यटन का आनंद भी उपलब्ध करवाना है।